न चादर बड़ी कीजिये
न ख्वाहिशें दफन कीजिये
चार दिन की ज़िन्दगी है
बस चैन से बसर कीजिये
न परेशान किसी को कीजिये
न हैरान किसी को कीजिये
कोई लाख गलत भी बोले
बस मुस्कुरा कर छोड़ दीजिये
न रूठा किसी से कीजिये
न झूठा वादा किसी से कीजिये
कुछ फुरसत के पल निकालिये
कभी खुद से भी मिला
साभार : व्हाट्सएप